— रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया – मुक्ती आन्दोलन —-
जय भीम साथियो,
देश में मौजुदा राजनितिक- सामाजिक माहौल देखते हुये हमे संघटित होकर इन परिस्थितियों से लड़ने के लिए ही बाबासाहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी ने हमें संविधानोंके साथ संघटन प्रदान किये है। जिसमें मुख्य रूप से हमारा राजनैतिक संघटन ‘रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया’ हैं। जिसकी आधारशिला बाबासाहब द्वारा उसके लिए लिखे गए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सात तत्वोंपर रखी गयी है। डॉ. बाबासाहाब भीमराव अंबेडकर जी की अध्यक्षतामे ३० सितंबर १९५६ को उनके निवासस्थान दिल्ली में अपने राजनैतिक संघटन शेड्यूल्ड कास्ट्स फेडरेशन (SCF) की केंद्रीय कार्यकारणी की उपस्थिती में संघटन को बरखास्त कर ‘रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया’ (RPI) इस नए राजनीतिक संघटन कि स्थापना की गयी। जिसकी घोषणा नागपूर के दीक्षाभूमी पर बाबासाहब के लाखों अनुयायियों के मौजदगी में ३ ऑक्टो. १९५७ को की गयी। इस पक्ष कि व्यापकता और प्रारंभिक इतिहास गौरवशाली एवं स्वर्णिम रहा है। पर मौजूदा हालात में संसदीय लोकतंत्र में प्रबल विरोधी पक्ष कि भूमिका अदा करनेवाले इस पक्ष कि स्थिति अंतर्गत लोकत्रंत के अभाव को लेकर अनेक कारणोंसे बहुत ही दयनीय और चिंताजनक है यह हम सब जानते है। जिसपर हमे गंभीरतापूर्वक सोच विचार कर निश्चित दिशा में उन मसलों का हल निकालना और उसे पुनर्रप्रस्थापित (reconstruction) करना बेहद जरूरी है।
गंभीरता से चिंतन मनन करने पर हम इस तथ्य पर पहुँचे है कि आर. पी. आय. को संविधानिक लोकतांत्रिक तरीके से चलाने के बजाय इसे परिवारवाद (घराणेशाही) में सालोंसाल से जकड़ कर राजनीतिक लाभ उठाया गया| जिस के कारण नये-नये गुटों के अनेको संघटनों का निर्माण हुआ और आज के राजनैतिक परिप्रेक्ष्य में वह पिछड़ गया है। उसे फिर से नये सिरेसे उभारने के लिए आंदोलन कि ताकत खडी कर जो भी तांत्रिक अड़चने है उनसे हमें भलीभाँति निबटना होगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मौजूदा स्थिती मे परिवर्तन लाने हेतु ता. ०७ जनवरी २०१८ को नागपुर में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) को परिवारवाद (घराणेशाही) के तानाशाही से मुक्त कराने हेतु आंदोलन की संघटीत रूप से खडा करनेकी भूमिका को ध्यान में रखकर राष्ट्रव्यापी ‘मुक्ति-आन्दोलन संयोजन समिति’ (MASS) का गठन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रदेशोंसे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के सभी समर्थक, समता सैनिक दल तथा भारतीय बौद्ध महासभा के सदस्य साथी उपस्थित रहने वाले है। सभी बाबासाहाब के अनुयायी साथीयोंसे नम्र निवेदन है कि वे तन मन धन से इसमें अपना सहयोग दे। यह आन्दोलन देश मे रिपब्लिकन पार्टी के सिद्धांतों को प्रचारीत-प्रसारित करने हेतू बहुत महत्वपूर्ण है। यह ‘मुक्ती-आन्दोलन’ रिपब्लिकन विचारधारा को घर-घर तक पहुचाने का माध्यम बनने जा रहा है। इस आंदोलन की कार्यप्रणाली निश्चित करने हेतू कार्यकर्तागण चर्चासत्र, परीसंवाद, कार्यक्रमोंका आयोजन कर लोगों के सामने इस भूमिका को उजागर करते आ रहे है। परिणामस्वरूप रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया मुक्ती आंदोलन कि इस भूमिका पर सभी ने सहमती जतायी है।
मुक्ती आंदोलन का उद्देश्य बाबासाहब द्वारा निर्मित संस्थाओ देश में प्रचारीत – प्रसारित करना, मजबूत करना, संस्था के संविधान अंतर्गत चुनाव, सदस्यता अभियान को शुरू करवाना, पारदर्शिता लाना, संस्थानोको तानाशाही, परिवारवाद से मुक्त कराकर संविधानिक लोकत्रांत्रिक तरीकेसे जनता द्वारा जनता के लिये चलाना, प्रस्थापित धार्मिक-जातिवादी, सामंतवादी, राजनितिक संघटनों के ख़िलाफ़ एकतासे आवाज उठाना, प्रबल विरोधी पक्ष की भूमिका निभाकर संसदीय लोकशाही में भारतीय संविधान की रक्षा कर उस पर अमल कराना, ऐसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर इस आंदोलन की भूमिका है।
मौजुदा सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक इत्यादि समस्याओं के मद्देनजर मातृसंस्थाओ को मजबूत कर देशव्यापी आंदोलन खडा करने हेतु एकदूसरे के कंधे से कंधा मिलाकर मुक्ति-आन्दोलन में सम्मिलित होना यह वक्त की पुकार है |
आप सभी साथी सहयोग करेंगे इसी अभिलाषा के साथ आप सादर निमंत्रित है। जय भीम जय प्रबुद्ध भारत 🙏🙏🙏
💥 ता. 7 जनवरी 2018 रोज रविवार, सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक
💥 कार्यक्रम स्थल: बॅरिस्टर राजाभाऊ खोब्रागडे सभागृह, हॉटेल गमदूर के पास, सिद्धार्थ नगर, (टेका नाका) कामठी रोड, नागपूर-17
कार्यक्रम में अपना नाम दर्ज कराकर उपस्थिति सुनिश्चित कराने हेतु एवं अधिक जानकारी हेतु संपर्क करे।
संपर्क : 9049083338, 9881820239, 9764193770